नई दिल्ली।भारत के अग्रणी एकीकृत बिजली उत्पादक एनटीपीसी लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एनजीईएल) और बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्रालय के तहत एक स्वायत्त निकाय श्यामा प्रसाद मुखर्जी पोर्ट के बीच आज एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। कोलकाता में ग्रीन हाइड्रोजन हब का विकास।
एमओयू पर बिमल गोपालाचारी, एजीएम (एनजीईएल) और अमित कुमारकर, सीएमई (एसएमपीके) ने मोहित भार्गव, सीईओ (एनजीईएल) और एनटीपीसी और एसएमपीके के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए।
एनटीपीसी भारत की सबसे बड़ी विद्युत उपयोगिता है जिसकी कुल स्थापित क्षमता 73+ गीगावॉट है। इसकी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी एनजीईएल ग्रीन हाइड्रोजन, ऊर्जा भंडारण की परियोजनाओं सहित नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता बढ़ाने का काम कर रही है। एनटीपीसी समूह का लक्ष्य वर्ष 2032 तक 60 गीगावॉट आरई क्षमता का लक्ष्य है, जिसमें 3.2 गीगावॉट स्थापित और 20 गीगावॉट से अधिक पाइपलाइन में है।