योजना के तहत छत्तीसगढ़ सरकार कराएगी अयोध्या धाम स्थित श्री रामलला के दर्शन
गरियाबंद 20 जनवरी 2024। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा श्री रामलला दर्शन योजना प्रारंभ करने का निर्णय लिया गया है। इससे जनमानस में अपार हर्ष का माहौल है। प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय द्वारा रामलला दर्शन की घोषणा से प्रदेश सहित जिलेवासियों में उत्साह का माहौल देखने को मिल रहा है। लोगों ने कहा कि इस पहल के माध्यम से प्रदेश वासियों को राम जन्म भूमि के दर्शन का सौभाग्य मिलने जा रहा है।
इसी संबंध में गरियाबंद निवासी परस देवांगन ने कहा कि राज्य शासन द्वारा रामलला दर्शन योजना की शुरुआत करना बेहद ही सराहनीय पहल है साथ ही स्वागत करने योग्य है। यह योजना सुखदायक है, इससे आमजनों को भी भगवान श्री राम के दर्शन लाभ प्राप्त होगा।
इसी तरह गरियाबंद के सत्यप्रकाश मानिकपुरी जी ने उत्साहपूर्वक बताया कि यह राज्य सरकार की अच्छी पहल है। इससे छत्तीसगढ़वासियों को अयोध्या धाम स्थित भगवान राम के दर्शन करने का मौक़ा मिलेगा।
इसी तरह प्रकाश कुमार निर्मलकर ने बताया कि यह योजना बहुत सराहनीय है। इस योजना से हर नागरिकों को पावन अयोध्या धाम में भगवान श्रीराम का दर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त होगा। इस योजना के लिए इन्होंने छत्तीसगढ़ सरकार को धन्यवाद दिया।
उल्लेखनीय है कि धार्मिक नगरी अयोध्या में श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होने जा रही है। प्रदेश सरकार द्वारा श्री रामलला के दर्शन कराने हेतु अयोध्या ले जाने की घोषणा की गई है, जिसके परिपालन में श्री रामलला दर्शन योजना शुरू की जा रही है। इस योजना का क्रियान्वयन छत्तीसगढ़ पर्यटन मण्डल द्वारा किया जाएगा। इस योजना के तहत हर साल लगभग 20 हजार यात्रियों को श्री रामलला दर्शन हेतु अयोध्या ले जाया जाएगा। रामलला के दर्शन के लिये 18 से 75 वर्ष तक की आयु के, छत्तीसगढ़ के मूल निवासी, जो जिला मेडिकल बोर्ड द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण में सक्षम पाए जायेंगे, उन्हें यात्रा की पात्रता होगी। दिव्यांगजनों के लिए यथा संभव उनके परिवार से कोई एक सदस्य साथ में रहेंगे। प्रथम चरण में 55 वर्ष से ऊपर के यात्रियों को यह सुविधा उपलब्ध होगी। इसके पश्चात अन्य आयु वर्ग के लोगों को भी यह सुविधा दी जाएगी। इसके लिए प्रत्येक जिले में कलेक्टर की अध्यक्षता में श्री रामलला दर्शन समिति बनायी जाएगी। प्रत्येक समिति द्वारा अनुपातिक कोटा के अनुसार हितग्राहियों का चयन किया जाएगा। इसके लिए शासन द्वारा रेलवे से अनुबंध कर यात्रा के दौरान यात्रियों को सुरक्षा, स्वास्थ्य, भोजन, स्थलों के दर्शन, स्थानीय परिवहन तथा एस्कार्ट की व्यवस्था की जाएगी।