राजिम 28 फरवरी 2024/ राजिम कुंभ कल्प 2024 के चौथे दिन मुख्य मंच पर कर्मा, ददरिया, देवार गीतों की शानदार प्रस्तुति हुई। हमर छत्तीसगढ़ लोक कलामंच के रोशन साहू ने ददरिया, करमा, देवार गीतों के माध्यम से समा बांधा। लोकमंच की पहली प्रस्तुति गणेश वंदना से हुई। हमर छत्तीसगढ़ मया के खदान.. हरी दिये तोर समान.. जवांरा जस गीत की प्रस्तुति ने दर्शकों को खूब भाया।
इसी के साथ ऐ मोर सवरियां.. चुटकी भर सिंदूर जिंदगी तोर मोर नाम कट जाही… जैसे देवार, कर्मा, आदिवासी नृत्य ने धूम मचा दिया। मंच पर कार्यक्रम की पहली प्रस्तुति सुश्री भावना टांक ने शास्त्री गायन के माध्यम से राम भगवान की महिमा को जनता तक पहुंचाने की कोशिश की। सुश्री गोपा सान्याल रायपुर के द्वारा भजन संध्या की प्रस्तुति दी गई। जिसमें गणेश वंदना के साथ राम का स्मरण करते हुए मंच सहित विशाल दर्शक दीर्घा को भी भक्तिमय माहौल बना दिया। कार्यक्रम के दौरान धर्मस्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल की माता के निधन की सूचना प्राप्त होने पर दुख व्यक्त करते हुए दो मिनट का मौन धारण कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।