Wednesday, November 19, 2025

            डीएमएफ से कोरबा में पेयजल व्यवस्था सुधार की दिशा में बड़ा कदम

            Must read

              36.74 करोड़ की जल प्रदाय योजना विस्तार से कोरबा में जल आपूर्ति तंत्र होगा सुदृढ़

              20 एमएलडी जल उपचार संयंत्र सहित कई कार्य होंगे सम्पन्न

              57 हजार से अधिक की आबादी को मिलेगा नियमित स्वच्छ पेयजल

              कलेक्टर ने डीएमएफ से 36.74 करोड़ की दी स्वीकृति

              कोरबा 19 नवम्बर 2025/मुख्यमंत्री विष्णु देव साय एवं कैबिनेट मंत्री  लखन लाल देवांगन के मार्गदर्शन में जिले में पेयजल सुविधाओं के विस्तार को नई गति मिल रही है। इसी कड़ी में कलेक्टर एवं जिला खनिज संस्थान न्यास के अध्यक्ष अजीत बसंत ने नगर निगम कोरबा क्षेत्र में स्वच्छ पेयजल आपूर्ति को सुदृढ़ बनाने के लिए 36.74 करोड़ रुपये की स्वीकृति प्रदान की है।

              जल प्रदाय व्यवस्था में व्यापक सुधार होगा

              इस स्वीकृति के बाद शहर में जल आपूर्ति तंत्र के उन्नयन, नई पाइपलाइन बिछाने, जल स्रोतों के विकास तथा आधुनिक तकनीक आधारित वितरण प्रणाली के निर्माण का मार्ग प्रशस्त होगा। इससे नगर निगम क्षेत्र के हजारों परिवारों को सुरक्षित एवं नियमित पेयजल उपलब्ध होगा।

              20 एमएलडी जल उपचार संयंत्र और उच्च जलागारों का निर्माण

              जल प्रदाय योजना विस्तार के अंतर्गत कोरबा में 20 एमएलडी क्षमता वाले जल उपचार संयंत्र की स्थापना की जाएगी। इसके साथ ही 30 बीएचपी के क्लीयर वॉटर पंप मशीनरी के 03 सेट, क्लीयर वॉटर पम्पिंग मेन पाइपलाइन (300–200 मिमी व्यास, 4680 मीटर), क्लीयर वॉटर ग्रैविटी मेन पाइपलाइन (500–200 मिमी व्यास, 10,470 मीटर)
              एवं 03 उच्च जलागार रुगमरा – (1080 केएल) इमलीडूग्गू (1260 केएल) व दादर (2250 केएल) का निर्माण कार्य किया जाएगा।

              57,740 से अधिक आबादी को मिलेगा लाभ

              योजना पूर्ण होने पर कोरबा नगरीय क्षेत्र के मोतीसागर पारा, ईमलीडूग्गू, भिलाई खुर्द, दादर खुर्द, मानिकपुर, खरमोरा, पीएम आवास दादर, बेलगीरी बस्ती, रुमगरा, कोहडिया एवं प्रगतिनगर सहित विभिन्न वार्डों के लगभग 57,740 नागरिक प्रत्यक्ष रूप से लाभान्वित होंगे।

              स्थायी समाधान की दिशा में महत्वपूर्ण कदम

              जिला प्रशासन का यह निर्णय कोरबा शहर में पेयजल संकट के स्थायी समाधान की दिशा में एक बड़ा कदम है, जिससे आने वाले समय में जनस्वास्थ्य एवं नगरीय सुविधाओं के विकास पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।

                  More articles

                  - Advertisement -

                          Latest article