कोरबा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 5 जून 2024 को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर दिल्ली के बुद्ध जयंती पार्क में एक पौधा लगाकर एक पेड़ मां के नाम राष्ट्रव्यापी पौधारोपण अभियान का शुभारंभ किया था ।उसके पश्चात सभी शासकीय कार्यक्रमो के दौरान एक पेड़ मां के नाम भी सिर्फ अभियान नहीं बल्कि महाअभियान रूप ले लिया है।महामहिम राष्ट्रपति, राज्यपाल,जज,चाहे कोई मंत्री हो या अधिकारी सभी ने एक पेड़ मां के नाम पर रोपण कर पर्यावरण की रक्षा का संदेश दिया।लेकिन कोरबा जिले में स्थापित महारत्न कंपनी एनटीपीसी प्रबंधन के अधिकारी और कर्मचारीगण प्रधानमंत्री मोदी के अभियान की सरेआम धज्जियां उड़ा रहे हैं।
विदित हो कि एनटीपीसी प्रबंधन द्वारा अपने आवासीय परिसर को स्वच्छ रखने के लिए सुखा पेड़ ही नहीं बल्कि कच्चे पेड़ों की अवैध रूप से कटाई कराई जा रही है।जिसमे जीवन रक्षक बरगद और पीपल के पेड़ भी सम्मिलित है। जब इस अवैध कटाई की अनुमति संबंध में एनटीपीसी के अधिकारियों से पूछा गया तो वे कुछ भी कहने से बचते रहे।

वहीं इस अवैध कटाई की फोटो और वीडियो व्हाट्सएप पर भेज कर कटघोरा वन मंडलाधिकारी कुमार निशांत से जानकारी ली गई तो उन्होंने कहा ये पेड़ कटिंग के लिए अनुमति नहीं ली गई है स्टाफ भेज कर जांच किया जाएगा।

सबूत छुपाने के लिए पेड़ सहित टहनियों को हटाया जा रहा है
जानकारी के मुताबिक जैसे ही वन मंडलाधिकारी ने स्टाफ भेज कर जांच करवाए उसके पश्चात एनटीपीसी प्रबंधन द्वारा सबूत छुपाने की मंशा से पेड़ सहित टहनियों को ट्रैक्टर के माध्यम से हटाया जा रहा है।
अब देखने वाली बात ये होगी कि इतनी बड़े पैमाने पर कच्चे पेड़ों की अवैध रूप से कटिंग करने वाली महारत्न कंपनी एनटीपीसी प्रबंधन और अवैध परिवहन में लगे वाहनों के विरुद्ध क्या कार्रवाई होती है?
वन मंत्री केदार कश्यप से दूरभाष से संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया।आगे की अपडेट के लिए जुड़े रहें।





