आरोपी के विरूध्द धारा 103(1) BNS के तहत की गई कार्यवाही
जांजगीर – चांपा।मृतिका तीजमत बाई एवं आरोपी विदेशी राम धनुवार दोनो पति पत्नी दिनांक 10.10.2024 को शाम करीब 04ः00 बजे गांव में बाजार करने गये थे जो रात भर घर में नहीं आये दुसरे दिन दिनांक 11.10.2024 के सुबह करीब 04- 05 बजे गांव का करन धनुवार घर आकर आरोपी के पुत्र राजू धनुवार को बताया कि तुम्हारे माता- पिता रोड किनारे पडे है तब खबर सुनकर अपने माता- पिता को लेने गया तो देखा कि उसकी मां जमीन में लेटी हूई थी और पिता बैठा हूआ था जो घर जाने के लिए मां को उठा रहा था तो कोई जवाब नहीं दी, एवम उसके पिता नशे में था फिर लोगो की सहयोग से मृतिका तीजमत बाई को घर लेकर आये। मृतिका की चेहरा में चोंट लगा था खून निकला था जिसकी सूचना पर थाना बलौदा में मर्ग क्रमांक 87/24 धारा 194 BNSS कायम कर जांच पंचनामा कार्यवाही में लिया गया।
प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए विवेक शुक्ला (IPS) पुलिस अधीक्षक जांजगीर चांपा के निर्देशन में तत्काल थाना बलौदा पुलिस द्वारा घटना स्थल पहुंचकर निरीक्षण कर मृतिका का पीएम कराया गया। शार्ट पीएम रिपोर्ट के आधार पर अपराध क्रमांक 367/24 धारा 103 (1) BNS का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया की मार की वजह से तिजमत बाई की मौत हुई है।
अति पुलिस अधीक्षक राजेंद्र कुमार जायसवाल के कुशल मार्गदर्शन में विवेचना दौरान मृतिका की पति आरोपी विदेशीराम धनुवार निवासी पनोरापारा थाना बलौदा को हिरासत में लेकर घटना के संबंध में पूछताछ कर मेमोरेण्डम लिया गया तो बताया कि दिनांक 10.10.2024 को अपने पत्नी मृतिका तीजमत बाई के साथ खेत काम करने गये थे काम करने के बाद पति-पत्नी को मजदुरी रकम मिली थी जिसका दोनो एक साथ सामान लेने पनोरापारा बाजार गये थे जहां दोनों शराब पीये और रात को जब वापस आ रहे थे तो पनोरापारा खम्हरिया रोड किनारे दोनो के बीच घरेलु बात को लेकर बाता- बाती हो गई इसी गुस्से में आकर अपने पत्नि को ढकेल दिया और डण्डा से उसके सिर व चेहरा को मारना बताया।
प्रकरण की विवेचना के दौरान आरोपी विदेशीराम धनुवार ग्राम पनोरापारा थाना बलौदा के द्वारा जुर्म स्वीकार किए जाने से विधिवत् गिरफ्तार कर दिनांक 13. 10. 2024 को न्यायिक रिमांड भेजा गया गया है।
उपरोक्त कार्यवाही मे निरीक्षक अशोक वैष्णव थाना प्रभारी बलौदा, उनि राजेश कुमार साह, सउनि कौशल सिंदार, महिला प्रधान आरक्षक रामकुमारी मार्को, आर. श्याम राठौर, विनोद मनहर, प्रहलाद निर्मलकर, म.आर. ज्योति प्रभा अनंत का सराहनीय योगदान रहा।