Thursday, November 6, 2025

            जिला पंचायत की सामान्य सभा बैठक संपन्न

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              प्रत्येक घर तक पानी पहुंचाने के निर्देश, गांवों में जलापूर्ति व्यवस्था की होगी जिला पंचायत सदस्यों द्वारा जांच

              फ्लाई ऐश व स्लैगचुरी उपयोग की पर्यावरण अनुमति में पारदर्शिता, अनुपालन और निगरानी के कड़े उपायों के दिए निर्देश

              आदिम जाति विभाग के छात्रावासों में दाखिला संख्या और राशि आबंटन की जाएगी जांच

              सामान्य सभा की बैठक से अनुपस्थित अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी के निर्देश

              जांजगीर चांपा 06 नवम्बर 2025/ जिला पंचायत जांजगीर-चांपा की सामान्य सभा की बैठक आज जिला पंचायत के सभा कक्ष में सम्पन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता जिला पंचायत अध्यक्ष इंजी. सत्यलता आनंद मिरी ने की। बैठक में जिला पंचायत उपाध्यक्ष गगन जयपुरिया, सांसद प्रतिनिधि, विधायक प्रतिनिधि, जिला पंचायत सदस्य लोकेश राठौर, प्रियंका सिंह  क्षत्री, सुश्री आशा साव, राजकुमार साहू,प्रमिला साहू, बबीता रात्रे, महादेव नेताम, प्रीति दिब्य,नेहा साहू, संतोषी सिंह रात्रे,उमा राठौर, शशिकला सिंह, जनपद पंचायत अध्यक्ष, जिला पंचायत सीईओ गोकुल रावटे, उप संचालक अभिमन्यु साहू एवं विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

              बैठक में पूर्व बैठक में पारित प्रस्तावों के पालन प्रतिवेदन चर्चा की गई।  बैठक में आदिम जाति विभाग के छात्रावासों की जानकारी, आंगनबाड़ी केन्द्रों में पंजीकृत बच्चों की स्थिति, एवं फ्लाई ऐश व स्लैगचुरी के उपयोग संबंधी पर्यावरण अनुमति प्रक्रिया की समीक्षा पर विस्तार से चर्चा की गई। जिला पंचायत अध्यक्ष ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी विभाग अपने कार्यों को गंभीरता से करें और निर्धारित समय सीमा में योजनाओं का क्रियान्वयन सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि सामान्य सभा की बैठक से अनुपस्थित अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि स्थायी समिति की बैठकें समिति सभापति से समन्वय बनाकर नियमित रूप से आयोजित की जाएं, ताकि योजनाओं की समीक्षा और समस्याओं का समाधान समय पर हो सके।
              बैठक में जिले में संचालित उद्योगों की जानकारी एवं उनके जलकर की बकाया राशि की जानकारी उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए गए। जल जीवन मिशन के कार्यों की समीक्षा की गई। बैठक में सदस्यों ने बताया कि जिले के कई गांवों में जल जीवन मिशन के अंतर्गत अब भी घरों तक पानी नहीं पहुंच रहा है। इस पर सदस्यों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि प्रत्येक घर तक नियमित जलापूर्ति सुनिश्चित की जाए और विभागीय अधिकारियों को इसके लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि जिन गांवों में पानी की आपूर्ति हो रही है, उनकी स्थिति की जांच जिला पंचायत सदस्यों द्वारा की जाएगी, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि जल जीवन मिशन का लाभ वास्तविक हितग्राहियों तक पहुँच रहा है या नहीं।

              जिला पंचायत अध्यक्ष इंजी. सत्यलता आनंद मिरी ने कहा कि यदि किसी गांव में पाइपलाइन या सप्लाई व्यवस्था में गड़बड़ी पाई जाती है, तो संबंधित विभाग से स्पष्टीकरण लेकर सुधारात्मक कार्रवाई की जाएगी। बैठक में फ्लाई ऐश व स्लैगचुरी के उपयोग से जुड़ी पर्यावरण अनुमति और अनापत्ति प्रमाण पत्रों की प्रक्रिया पर विस्तृत चर्चा की गई। बैठक में पर्यावरण नियमों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जाना आवश्यक है ताकि सार्वजनिक स्वास्थ्य और पर्यावरण सुरक्षा बनी रहे। उन्होंने संबंधित विभागों से कहा गया कि फ्लाई ऐश व स्लैगचुरी के उपयोग हेतु जारी किए जाने वाले अनुमति एवं अनापत्ति प्रमाण पत्रों की पूरी प्रक्रिया, मानदंड और दस्तावेज़ों की सूची सार्वजनिक रूप से उपलब्ध कराई जाए।

              बैठक में आदिम जाति विभाग के अंतर्गत संचालित छात्रावासों की स्थिति पर विशेष चर्चा की गई। बैठक में जिला पंचायत सदस्यों ने जानकारी ली कि जिले के विभिन्न पंचायत क्षेत्रों में संचालित छात्रावासों में वर्तमान शिक्षा सत्र में कितने छात्र-छात्राएं दाखिल हैं। सदस्यों ने बताया कि छात्रों की संख्या के आधार पर राशि का आबंटन किया जा रहा है, ऐसे में वास्तविक स्थिति की जांच आवश्यक है। बैठक में निर्णय लिया गया कि छात्रावासों की वास्तविक संख्या और सुविधाओं की जांच जिला पंचायत सदस्य स्वयं करेंगे। जिला पंचायत अध्यक्ष ने निर्देश दिए कि जहां भी अनियमितता पाई जाए, संबंधित अधिकारियों से राशि वसूली की कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि छात्रावासों का संचालन पारदर्शिता और जवाबदेही के साथ होना चाहिए, ताकि छात्र-छात्राओं को निर्धारित सुविधाएं समय पर मिल सकें। बैठक में 15 वे वित्त की ब्याज की राशि से निर्माण कार्यों के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई।

              बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष ने आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों की दर्ज संख्या की जानकारी ली गई। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका नियमित रूप से केंद्र में उपस्थित रहें। उन्होंने निर्देश दिए कि जो केंद्र समय से बंद हो जाते हैं या उपस्थिति नहीं देते, उन पर कार्यवाही की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा करते हुए  निर्देश दिए कि जीवनदीप समिति की बैठक नियमित रूप से आयोजित की जाए, ताकि स्वास्थ्य सुविधाओं के संचालन और अस्पतालों की व्यवस्थाओं की निगरानी प्रभावी ढंग से की जा सके। इसके साथ ही अस्पताल में साफ सफाई पर ध्यान देने के निर्देश दिए। आगामी धान खरीदी सीजन 2025-26 की तैयारियों पर भी विस्तृत चर्चा की गई। जिला पंचायत अध्यक्ष ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिले के किसानों को धान खरीदी के दौरान किसी भी प्रकार की परेशानी न हो। उन्होंने कहा कि प्रत्येक उपार्जन केंद्र की व्यवस्था की नियमित मॉनिटरिंग की जाए और खरीदी प्रक्रिया पारदर्शी ढंग से संचालित हो।

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