कोरबा। अभी सारा देश सरंक्षा सप्ताह मना रहा है। इस बीच भोपाल गैस त्रासदी की 35 साल पुरानी यंत्रणा की कसक एक बार ताजा हो गई है। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल की जनता आज भी उस त्रासदी का दंश झेलने विवश है। जिले की ख्यातिलब्ध कवियित्री और चिकित्सक डॉ मंजुला साहू ने साढ़े तीन दशक पहले के उस भीषण वक्त को याद करते हुए अपनी मार्मिक पंक्तियों में पिरोया और मजदूर भाइयों को काव्यांजलि प्रदान की है। आइए हम उनकी इस रचना को सुनकर अपनी भावाभिव्यक्ति अर्पित करते हैं।
भोपाल गैस त्रासदी की यंत्रणा, डॉ मंजुला ने अर्पित की काव्यांजलि…
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