कोरबा। शहर के साथ-साथ उप नगरीय क्षेत्र सहित ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क हादसों पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस लगातार अभियान चला रही है। पुलिस का फोकस खासकर नाबालिगों पर ज्यादा है, क्योंकि नाबालिग एक तो बिना लाइसेंस के नियम विरुद्ध वाहन चलाते हैं और गलत तरीके से वाहन चलाकर अपनी तो जान जोखिम में डालते हैं साथ ही दूसरों की जिंदगी भी मुसीबत में डालते हैं।
कोरबा पुलिस अधीक्षक यू.उदय किरण के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा एवं नगर पुलिस अधीक्षक दर्री रोबिनसन गुड़िया के मार्गदर्शन में जिले के हर थाना चौकी क्षेत्र में नाबालिक वाहन चालकों एवं उनके अभिभावकों पर कार्यवाही की जा रही है। इसी कड़ी में लेमरु थाना क्षेत्र में नाबालिक वाहन चालकों के खिलाफ चालान काट कर कार्यवाही की गई साथ ही बाइक सीज करने की कार्यवाही की है, ताकी भविष्य में नाबालिग बाइक और स्कूटी न चला सकें।
लेमरु थाना प्रभारी जितेंद्र यादव ने बताया की अब तक 11 से अधिक नाबालिक वाहन चालकों पर कार्रवाई की गई है और नाबालिगों के अभिभावकों को बुलाकर उन्हें मोटर वाहन अधिनियम के बारे में जानकारी भी दी गई।प्रभारी जितेंद्र यादव ने बताया कि पुलिस कप्तान यू उदय किरण के निर्देश पर ओवरलोड, तेज रफ्तार वाहन और नाबालिगों के खिलाफ अभियान चलाकर वाहन चालकों के खिलाफ पुलिस सख्त कार्रवाई कर रही है।
लेमरु थाना प्रभारी जितेंद्र यादव ने अभिभावकों से अपील की
थाना प्रभारी ने अपील करते हुए कहा कि नाबालिग बच्चों को किसी भी तरह का वाहन न चलाने दें। उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा लगातार चेकिंग की जाएगी, ताकि नाबालिग बच्चों को सड़कों पर वाहन ले जाने से रोका जा सके। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर कोई नाबालिग बच्चा किसी दुर्घटना का शिकार होता है तो इसके लिए बच्चे के माता-पिता जिम्मेदार होंगे।
माता-पिता पर दर्ज होगा केस
उन्होंने कहा कि हादसे में किसी की मौत होने पर पुलिस बच्चों के माता-पिता के खिलाफ मामला दर्ज करेगी। इसके अलावा जुर्माना भी लगाया जाएगा। इतना ही नहीं, अगर बच्चे को ड्राइविंग लाइसेंस मिल भी जाता है, तो भी उसके 25 साल का होने तक बैन कर दिया जाएगा। उन्होंने शहर वासियों से यातायात पुलिस का सहयोग करने की अपील की है ताकि शहर में हादसों की दर में कमी लाई जा सके।
बच्चों की गलती की सजा दूसरों को
लेमरु प्रभारी ने कहा कि इससे न केवल हादसों की दर बढ़ती है, बल्कि छोटे बच्चों को भी नुकसान होता है। बच्चों को यातायात नियमों की अधिक जानकारी नहीं होने के कारण वे अक्सर वाहन चलाते समय गलतियां कर बैठते हैं, जिसका खामियाजा उन्हें और सड़क पर अन्य लोगों को भुगतना पड़ता है।
सरपंच ने कर दी जिला कलेक्टर से शिकायत
लेमरु थाना प्रभारी जितेंद्र यादव ने अपनी टीम के साथ स्कूलों की छुट्टी के समय नाबालिग वाहन चालकों को रोककर चेकिंग की तो लेमरु सरपंच का बेटा और उसके तीन दोस्त को भी प्रभारी जितेंद्र यादव ने पकड़ लिया जो सरपंच आनंद राम मंझवार को नागवार गुजरा और अपने बेटे को समझाने के बजाय थाना प्रभारी के खिलाफ कलेक्टर को शिकायत कर तत्काल हटाने की मांग कर डाली अब सरपंच साहब को कौन समझाए की पुलिस अपने लिए नहीं बल्कि नाबालिग बच्चे और आम जनता के भलाई के लिए ये कार्यवाही कर रही है।