गोली मारने के बाद हत्यारोपित अपने घर जाकर सो गया था

प्रेमिका और उसका नया प्रेमी गिरफ्तार
एसीपी ने पुलिस टीम की पीठ थपथपाई
वाराणसी। औसानगंज (बघवावीर रोड) निवासी दिलजीत उर्फ रंगोली की होली के मौके पर गोली मारकर हत्या करने के मामले में पुलिस ने बुधवार को राजफाश कर दिया। इसमें पुलिस का सहारा मोबाइल की एक कॉल बनी। दिलजीत की हत्या उसकी पूर्व प्रेमिका ने वर्तमान में प्रेमी चंदौली के डीडीयू अंतर्गत मड़िया पड़ाव निवासी राजकुमार से करवाई। वारदात के बाद राजकुमार अपने घर जाकर सो गया। देर रात जब एसीपी गौरव कुमार फोर्स के साथ युवती के घर धमके तो उसने फोन से राजकुमार को सूचना दे दी, जिसके बाद वह फरार हो गया।
एसओजी और जैतपुरा पुलिस ने बुधवार को हत्यारोपित राजकुमार को सुबह सात बजे जलालीपुरा रेलवे क्रासिंग पर बाइक के साथ तो उसकी प्रेमिका को संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय-लकड़ी मंडी तिराहा मार्ग पर दबोच लिया। एसीपी सरवणन टी ने पुलिस टीम की पीठ थपथपाते हुए पिस्टल बरामदगी के निर्देश दिए हैं।
बात नहीं बनी, एक-दूसरे को दी खत्म करने की धमकी
दिलजीत युवती से प्रेम करता था। बाद में दोनों का रिश्ता टूट गया तो युवती राजकुमार से प्यार करने लगी। पुलिस की जांच में जो बात सामने आई उसके मुताबिक रास्ते अलग होने के बाद भी दिलजीत युवती को छेड़ता था। युवती ने राजकुमार को जानकारी दी। इसके बाद राजकुमार, दिलजीत और युवती ने पंचायत की। इसमें विवाद नहीं सुलझने पर दोनों युवकों ने एक-दूसरे को खत्म करने की धमकी दी। यहीं हत्या की पटकथा लिखी गई जिसमें युवती भी संलिप्त रही।
एक गोली मिस, दूसरी सीने में उतारी
होली के दिन सुबह से ही राजकुमार के सिर पर खून सवार था। उसने रात में 11 बजे दिलजीत पर दो गोली चलाई, जिसमें एक मिस कर गई, जबकि दूसरी उसकी सीने में लगी। तीन घंटे इलाज के बाद उसकी मौत हो गई थी।
बाइक का यूपी 67 नंबर बना मददगार
सर्विलांस और सीसीटीवी फुटेज से पुलिस को मदद मिली। सीसीटीवी फुटेज में राजकुमार यूपी 67 नंबर की बाइक से आते-जाते दिखा। नंबर भी स्पष्ट हो गया तो पुलिस के लिए गिरफ्तारी की औपचारिकता शेष थी।
घर में रखी अवैध पिस्टल से मारी गोली
राजकुमार पहले छोटी मलदहिया में रहता था जब युवती से उसका प्रेम हुआ। राजकुमार बाद में चंदौली के मड़िया में अपना मकान बनाकर बस गया। उसके मां और पिता संविदा सफाईकर्मी हैं। अवैध पिस्टल राजकुमार के घर में थी। पिस्टल किसकी थी, कहां से खरीदी गई, इसकी जांच की जा रही है। पिस्टल बरामदगी की कोशिश जारी है।
घटना के अनावरण में शामिल पुलिस टीम
पुलिस टीम में एसओजी प्रभारी मनीष मिश्र, हेड कांस्टेबल चंद्रभान यादव, कांस्टेबल मनीष बघेल, पवन तिवारी, आलोक मौर्या, जैतपुरा एसओ बृजेश मिश्र, दारोगा जफर मेंहदी, जितेंद्र यादव, सौरभ सिंह, मनीष सिंह, कपिल देव यादव, रागिनी शर्मा आदि रहे