हर घर से एक जोड़ा बैठेगा, मुनिपुंगव श्री सुधासागर जी महाराज के सान्निध्य में होगा ऐतिहासिक आयोजन
मध्यप्रदेश,अशोकनगर। 33 वर्षों बाद अशोकनगर फिर उसी दिव्य अध्यात्मिक माहौल में नहाने जा रहा है। 9 दिसंबर मंगलवार से 15 दिसंबर सोमवार तक पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव भव्यता और श्रद्धा के साथ संपन्न होगा।
यह आयोजन केवल एक नगर या समाज का नहीं, बल्कि समूचे जिन शासन का गौरव उत्सव बनने जा रहा है।
इस बार गुरुदेव श्रमण शिरोमणि, मुनिपुंगव श्री सुधासागर जी महाराज के सान्निध्य में होने वाले इस महोत्सव में हर घर से एक जोड़ा पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोतसव में हिस्सा लेंगे।
यह प्रेरणादायी आह्वान सुनकर नगर का हर हृदय उमंग और श्रद्धा से भर उठा। समाज के कोने-कोने से लोगों ने कहा – “गुरुदेव की कृपा से यह हमारा सौभाग्य है कि हम भी इस पंचकल्याणक में सहभागी बनेंगे।”
गौरतलब है कि सन् 1992 में भी मुनिश्री सुधासागर जी महाराज के सान्निध्य में अशोकनगर में भव्य पंचकल्याणक महोत्सव संपन्न हुआ था।
वह आयोजन इतिहास में दर्ज हुआ, क्योंकि विश्व में पहली बार सप्त गजरथ महोत्सव उसी समय हुआ था।
अब 33 साल बाद एक बार फिर वही अवसर, वही गुरुकृपा और वही भव्यता अशोकनगर की धरती पर उतरने जा रही है।
इस महोत्सव में सुभाष गंज मंदिर, गांव मंदिर और त्रिकाल चौबीसी मंदिर की प्रतिमाओं का महामहोत्सवी प्रतिष्ठा संस्कार किया जाएगा।
पंचकल्याण प्रतिष्ठा महोत्सव की तिथि घोषणा आज शाम “जिज्ञासा समाधान” कार्यक्रम में हुई, जब जैन पंचायत अध्यक्ष राकेश कांसल के अनुरोध पर मुनिश्री सुधासागर जी महाराज ने आशीर्वाद दिया और प्रतिष्ठाचार्य प्रदीप भैया ने तिथियों की घोषणा की।
नगर में उत्साह की लहर दौड़ गई है – हर गली में चर्चा है, हर घर में तैयारियां शुरू हो गई हैं।
यह केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि आस्था का महासंगम, श्रद्धा का समर्पण और जिन शासन के प्रति अनुपम भक्ति का प्रकटीकरण है।
गुरुदेव की वाणी से निकले आशीर्वाद ने मानो यह घोषणा कर दी है –
“अब अशोकनगर बनेगा पंचकल्याणक की पावन भूमि,
जहां हर घर से उठेगी धर्म की ज्योति और हर हृदय में बसेगा जिन शासन। ”
रवि जैन, पत्रकार