कोयला माफियाओं के शिकंजे में खदानें, सरकार को मोटी चपत
कोरबा :- जिले में कोयला तस्करी का खेल जारी है। तस्कर खुलेआम दिन व रात के अंधेरे में ग्रामीणों की मदद से उत्खनन कर कोयले के काले कारोबार में लगे हुए हैं। कोरबा जिले मे कोयला की कालाबाज़ारी जोरों से चल रही है।
एशिया की बड़ी कोयला खदान गेवरा दीपका में इस समय दर्राखांचा में जोर शोर से कोयला चोर सक्रिय हो चुके हैं। दीपिका खदान के समीप कोयला माफियाओं द्वारा बच्चों व महिलाओं से कोयला चोरी का काम कराया जा रहा है। कोल माफिया छोटे बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ भी कर रहे हैं।
जिले में कोयला खदानों से कोयले की चोरी एक बड़ा काला कारोबार बन चुका है। दीपका, गेवरा और कुसमुंडा खदानों के आसपास तस्कर अघोषित तौर पर अवैध कोयला डिपो का संचालन कर रहे हैं। हरदीबाजार क्षेत्र में भी गांव मलगांव, अमगांव व रेकी में कोयले के अवैध डिपो का संचालन लंबे समय से किया जा रहा था।कोरबा जिले में कोयला माफियाओं ने प्रशासन की नींद उड़ा रखी है, जहां प्रशासन की सख्त कार्रवाई के बाद भी माफियाओं के हौसले बुलंद है। कोयले का काला कारोबार माफियाओं की सफेद कमाई का जरिया बना हुआ है। प्रशासन एवं एसईसीएल की आंखों में धूल झोंक कर यह माफिया रातों-रात मोटी कमाई कर मालामाल बन रहे हैं।