कलेक्टर ने ग्रामोद्योग विभाग की विभागीय योजनाओं की प्रगति की समीक्षा बैठक ली
स्टॉक होल्डर, बुनकर, धागाकरण, कृमिपालन हितग्राहियो से की चर्चा, हेंडलूम का किया निरीक्षण
भारतीय हथकरघा प्रौद्योगिकी संस्थान चाम्पा का किया निरीक्षण
जांजगीर-चांपा 04 जुलाई 2024/ कलेक्टर आकाश छिकारा ने गुरुवार को ग्रामोद्योग बोर्ड के तहत हस्तशिल्प, रेशम, खादी, हथकरघा, उद्योग विभाग के विभिन्न घटकों के अंतर्गत संचालित योजनाओं की प्रगति के सम्बंध में जानकारी ली। उन्होंने सभी अधिकारियों को विभाग में संचालित योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन करने एवं लाभान्वित हितग्राहियों के आय में वृद्धि करने के लिए व्यक्तिगत रुचि लेकर कार्य करने के निर्देश दिए। साथ ही उनके उत्पादों का मूल्य संवर्धन कर उन्हें विक्रय के लिए बाजार उपलब्ध कराने के लिए कहा। इस हेतु हितग्राहियों को आवश्यक सुविधाएं, उपकरण एवं प्रशिक्षण भी दिलाने की बात कही। उन्होंने कहा कि जिले की पहचान कोसा है और इसकी बेहतरी के लिए प्रशासन के साथ ही कोसा से जुड़े बुनकर, हटकरघा उद्योग से जुड़े व्यवसायी समन्वय बनाकर कार्य करेंगे। उन्होंने इस दौरान विभागीय योजनाओं से लाभांवित हुए हितग्राहियों से उनके कार्याे एवं उनकी समस्याओं के सम्बंध में चर्चा की। इस दौरान स्टॉक होल्डर, बुनकर, धागाकरण, कृमिपालन हितग्राहियो से की चर्चा करते हुए सुझाव भी लिए। कलेक्टर ने सभी हितग्राहियों को अपने कला कौशल को और निखारने एवं अच्छे से कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने हितग्राहियों को शासकीय योजनाओं के बारे में जानकारी देने के निर्देश संबंधित विभागीय अधिकारियों को दिए।
उन्होंने कहा कि हितग्राही विभागीय योजनाओं का लाभ उठाकर अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाए। उन्होंने कहा कि जिले में कोकून के उत्पादन को बढ़ाने के लिए रेशम विभाग द्वारा कार्य किया जा रहा है। इस दौरान उन्होंने भारतीय हाथकरघा प्रौद्योगिकी संस्थान के विभिन्न कक्षों का निरीक्षण भी किया। उन्होंने संस्थान के द्वारा दिए जा रहे पाठ्यक्रम की जानकारी भी ली। उन्होंने जकार्ड प्रयोग शाला कक्ष, पावरलूम, हेण्डलूम के तहत संचालित गतिविधियों की जानकारी ली। इस अवसर पर सहायक कलेक्टर दुर्गा प्रसाद अधिकारी, एसडीएम चांपा नीरनिधि नंदेहा, सहायक संचालक हाथकरघा, सहायक संचालक रेशम विभाग, जिला उद्योग एवं व्यापार केंद्र सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी कर्मचारी व्यवासायी एवं हितग्राही उपस्थित थे।