सैकड़ों कलश की ज्योति से दैदीप्यमान हैँ,माँ का दरबार
समूचा पाली क्षेत्र माता की आराधना मे लीन
कोरबा/पाली,दीपक शर्मा:– जिले के धार्मिक पर्यटन स्थल चैतुरगढ़ समेत पाली विखं मुख्यालय और आसपास के देव स्थलों- देवी मंदिरों में शारदीय नवरात्रि का पर्व बड़े ही श्रद्धा भक्ति भाव के साथ मनाया जा रहा है।आस्था के प्रतिरूप सैकड़ों मनोकामना ज्योति कलश प्रज्ज्वलित किए गए हैं।
प्रदेश के 36 किले (गढ़)
में से एक चैतुरगढ़ का किला…! जहां हजार साल पुराना मां महिषासुर मर्दिनी देवी की अष्टभुजी प्रतिमा स्थापित हैl जो तात्कालिक राजाओ और बाद में लाफ़ागढ़ जमीदारी की अधिष्ठात्री देवी रही हैं ।यहां शारदीय नवरात्रि का पर्व श्रधा और भक्ति भाव के साथ मनाया जा रहा है ।मंदिर परिसर में 500 से अधिक मनोकामना के दीप प्रज्वलित किए गए हैं। प्रतिदिन पूजा हवन का कार्य चल रहा है ।वही भंडारा में सैकड़ों श्रद्धालु प्रसाद ग्रहण कर रहे हैं। करोना काल के बाद पहली बार नवरात्र पर्व सार्वजनिक तौर पर हर्षोल्लास से मनाया जा रहा है। हालांकि बरसात के कारण भौगोलिक स्थिति काफी प्रभावित हुई है लेकिन माता के भक्त इसकी परवाह किए बगैर बड़ी संख्या में दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। चैतुरगढ़ धार्मिक एवं न्यास ट्रस्ट सहित लाफ़ागढ़ समिति पूजा एवं अन्य व्यवस्था में जुटी हुई है।
नगर पंचायत मुख्यालय पाली एवं आसपास के देव स्थलों,देवी मन्दिरों में भी शारदीय नवरात्रि पर्व पर विविध धार्मिक आयोजनों के साथ भक्ति भाव से मनाया जा रहा है।पाली नगर पंचायत क्षेत्र के मुख्य मार्ग स्थित शक्ति दाई मंदिर, महामाया देवालय, काली मंदिर मादन रोड, ठाकुर देव स्थल पटेल पारा,बड़ा देव शक्ति पीठ स्थल में शारदीय नवरात्र पर्व पर भक्तों की भीड़ उमड़ने लगी है।पूजा- हवन, जस गीत आदि कार्यक्रमों के साथ कलश भवन में सैकड़ों आस्था के दीप घृत, तेल और जवारा के रूप में देदीप्यमान हैं।पाली के अलावा सकरिया पाठ मुनगाडीह, वनदेवी चेपारानी, महामाया मंदिर चैतमा ,दुर्गा मंदिर पोड़ी ,काली महामाया मंदिर लाफा,बाम्हन पाठ पंडरापथरा, आदि अन्य स्थानों के अलावा गांव गांव में देव स्थलों पर ज्योति कलश स्थापित किए गए हैं और जवारा बोये गए हैं। जहां प्रतिदिन छत्तीसगढ़ की पारंपरिक जस गीत, माता सेवा के कार्यक्रम कर श्रद्धा भक्ति भाव के साथ नवरात्रि की पूजा अर्चना सेवा की जा रही है।
पाली क्षेत्र मे ज्योति कलश की स्थिति
मन्दिर का नाम घृत तेल जवारा
महिषासुर मर्दिनी मन्दिर चैतुरगढ़
49 282 229
माँ महामाया देवालय पाली
11 200 250
शक्ति (सत्ती) दाई मन्दिर
18 201 337
राजकालिका मन्दिर पाली
1 45 351
बड़ादेव शक्तिपीठ पाली
12 121 ‐–
ठाकुरदेव मन्दिर पटेल पारा पाली
— 15 121
आदि शक्ति वन देवी चेपा रानी
11 101 351