Thursday, November 21, 2024

        जिले में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ धान खरीदी

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        78 हजार 526 किसानों से 48 लाख 61 हजार क्विंटल से अधिक की हुई धान खरीदी

        जिले के किसानों को 1 हजार 62 करोड़ रूपये से अधिक का हुआ भुगतान

        गरियाबंद 06 फरवरी 2024। कलेक्टर  दीपक कुमार अग्रवाल के कुशल नेतृत्व मे खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 मे गरियाबंद जिले में किसानों से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का कार्य सफलतापूर्वक संपन्न हुआ है। 01 नवम्बर 2023 से 31 जनवरी 2024 तक निर्धारित धान खरीदी अवधि में किसानों की सुविधा के मद्देनजर शासन द्वारा 4 फरवरी 2024 तक धान खरीदी किया गया। किसानों ने उत्साह के साथ धान बेचने में सक्रियता दिखाई। जिला प्रशासन द्वारा जिले के सभी 90 धान खरीदी केन्द्रों में किसानों के धान बेचने के लिए सभी आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित की गई थी। धान खरीदी के दौरान जिले के 78 हजार 526 कृषकों से धान खरीदी के अंतिम कार्य दिवस 04 फरवरी 2024 तक कुल 48 लाख 61 हजार 820.80 क्विंटल धान खरीदी की गई। जिसके विरूद्ध जिले के कृषकों को कुल 1062.03 करोड़ रूपये का त्वरित भुगतान उनके बैंक खातों में कर दिया गया है। इस वर्ष धान खरीदी प्रति एकड़ 21 क्विंटल के मान से किए जाने के बावजूद 11 हजार 776 कृषकों ने 3950.04 हेक्टेयर रकबा का समर्पण किया है जो कि गरियाबंद जिले के लिए उपलब्धि है। इस प्रकार जिले के कुल 263734.54 एकड़ रकबे में धान खरीदी हुआ है जो कि कुल पंजीकृत रकबा एवं कृषकों का 94.88 प्रतिशत है।
        जिला विपणन अधिकारी श्री अमित चन्द्राकर ने बताया कि अब तक की धान खरीदी की गई मात्रा के आधार पर धान उठाव की विस्तृत कार्य योजना तैयार कर ली गई है। अब तक कुल खरीदे गए धान 48,61,820.80 क्विंटल धान मे से मिलर्स एवं ट्रांसपोर्टर के माध्यम से (डीओ/टीओ) से अब तक 34 लाख 21 हजार 130 क्विंटल का धान उठाव करा लिया गया है।

        वर्तमान मे समितियों में 14 लाख 40 हजार 691 क्विंटल धान उठाव हेतु शेष है। कार्य योजना अनुसार आगामी 45 कार्य दिवसों मे शेष धान की मात्रा का भी उठाव कर लिया जावेगा। खाद्य अधिकारी श्री सुधीर चन्द्र गुरू ने बताया कि गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी धान उठाव व परिवहन मे गरियाबंद जिला प्रदेश में अग्रणी जिलों में से एक है। अब तक कुल खरीदे गए धान का 70 प्रतिशत मात्रा का उठाव करा लिया गया है एवम् शेष मात्रा का उठाव तेजी से किया जा रहा है। सभी 90 उपार्जन केन्द्रों की उपार्जन केन्द्रवार समीक्षा कर डी.ओ. एवं टी.ओ. के माध्यम से शेष धान की मात्रा का उठाव जीरो शार्टेज मे करने का लक्ष्य निर्धारित कर लिया गया है। उक्त कार्य समय सीमा मे कर लिया जायेगा।

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