जिया लागे ना, तुम बिन मोरा… सोना महापात्रा के गाने सुन खूब झूमे दर्शकगण
गायिका सोना महापात्रा की सुरीली आवाज ने दर्शकों का जीता दिल
पाली महोत्सव के पहले दिन हास्य कवि सुरेंद्र दुबे, थिरमन दास एवं अन्य कलाकारों ने कार्यक्रमों की दी प्रस्तुति
कोरबा 08 मार्च 2024/हिंदी सिनेमा जगत की मशहूर पार्श्व गायिका सोना महापात्रा ने पाली महोत्सव के शुभारंभ अवसर पर मनमोहक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी। क्षेत्रवासियों ने कार्यक्रम का जमकर लुत्फ उठाया। युवा उनकी गीतों पर जमकर झूमे।
गायिका ने मंच पर पालिवासियों को महाशिवरात्रि की शुभकामनाएं देते हुए
गाए जग मंगलगान, शिव पार्वती का मिलन महान शिवगान की प्रस्तुति के साथ अपने कार्यक्रम की शुरुआत की।
सांस्कृतिक गीतों के साथ बॉलीवुड की लोकप्रिय गीतों से उन्होंने समा बांधा,
इसके बाद गायिका सोना महापात्रा ने जिया लागे ना, तुम बिन मोरा,आजा वे आजा वे आजा आ भी जा, अंबरसरिया, प्रसिद्ध कार्यक्रम सत्यमेव जयते की ओह री चिरइया, नन्ही सी चिरया, बेखोफ आजाद है जीना मुझे जैसे मधुर गीत की प्रस्तुति दी।
गायिका की सुरीली आवाज से दर्शकगण खूब झूमे। महिला सशक्तीकरण की थीम पर उन्होंने महिषासुर मर्दिनी से मां दुर्गा की स्तुति और मुझे क्या बेचेगा रुपैया गीत गाकर महिलाओं को जागरूक किया।
इस दौरान उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की संस्कृति में फोक गीत और संगीत बसा हुआ है। यहां की हरियाली और खूबसूरती अप्रतिम है। यहां कार्यक्रम कर उन्हें बहुत खुशी हो रही है। पाली के लोग बहुत प्यारे है। उन्होंने बताया कि बहुत वर्ष पहले वो बिलासपुर आयी थी, आज इतने साल बाद यहां आना हुआ, क्षेत्र के विकास को देख कर उन्हें अच्छा लगा। सोना की गीतों से दर्शकों का खूब मनोरंजन।हुआ और सभी दर्शकगण खूब जोश और उत्साह के साथ के गानों में अपने सुर मिलाते रहे। गायिका की आवाज का जादू इस कदर छाया रहा कि देर रात तक लोगों की कानों पर उनके गाने गूंजते रहे।
इसी प्रकार पाली महोत्सव के आज पहले दिन छत्तीसगढ़ के प्रसिद्घ कलाकारों ने भी अपनी प्रस्तुति दी। मशहूर हास्य कवि डॉ सुरेन्द्र दुबे, हास्य कवि रामानन्द त्रिपाठी, वीर रस कवि अभिषेक पांडेय, श्रृंगार रस की कवियित्री सोम रूपा तिवारी, हास्य कवि पद्मलोचन शर्मा एवं राष्ट्रवादी कवि देवेंद्र परिहार ने अपने प्रस्तुति से दर्शकों का खूब मनोरंजन किया।
छत्तीसगढ़ के गम्मत के ख्याति प्राप्त कलाकार थिरमन दास ने भी अपने टीम के साथ छत्तीसगढ़ की कला और संस्कृति से संबंधित एक से बढ़कर एक कार्यक्रम प्रस्तुत किए, कलाकारों की प्रस्तुति ने लोगों का मन मोह लिया।