कोरबा।आज के ही दिन आश्विन शुक्ल पक्ष अष्टमी दुर्गा अष्टमी के दिन ही संवत 2041(सन 1991) में मातृशक्ति दुर्गा वाहिनी की स्थापना दीदी माता साध्वी ऋतंभरा जी के द्वारा किया गया था। विश्व हिंदू परिषद के द्वारा मातृशक्ति, दुर्गा वाहिनी का उद्देश्य धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यों की दिए महिलाओं को प्रेरित करना और महिलाओं को शारीरिक, मानसिक रूप से प्रबल बनाना है इसी उद्देश्य की पूर्ति हेतु प्रतिवर्ष दुर्गा अष्टमी के दिन मातृशक्ति दुर्गा वाहिनी के द्वारा स्थापना दिवस मनाया जाता है और आज इसी कड़ी में मैगजीन भाटा पंप हाउस में दुर्गा वाहिनी की स्थापना दिवस मनाया गया।




दुर्गा वाहिनी की बहनों ने अपने रक्त से दुर्गा माता को तिलक लगाया और राष्ट्र और समाज के लिए अपने प्रतिबद्धता को दोहराया है। आज के इस कार्यक्रम में दुर्गा वाहिनी के पूर्णिमा चौहान पूर्व जिला शक्ति साधना प्रमुख अनु यादव, प्रखंड संयोजिका चांदनी साहू, सृष्टि धुर्वे, रुचि धुर्वे, आरती विश्वकर्मा, अन्नू गुप्ता, ख्याति राज गुप्ता, तनु मानिकपुरी, स्वामी झा, पीहू ठाकुर, वर्षा ठाकुर, डिंपल गुप्ता, रागिनी गुप्ता, पीहू, गीत महंत ने सक्रिय भागीदारी निभाया।
सर्वप्रथम ब्रह्मनाद,एकात्मता मंत्र एवं विजय महामंत्र के जाप के साथ कार्यक्रम की शुरूआत किया गया। दुर्गा माता के तैल्यचित्र पर पुष्प हार चढ़या गया। इसके पश्चात दुर्गा माता के सामने शस्त्रों का पूजन किया गया। जिसमें सभी बहनें अपने शस्त्र के साथ पहुंची थी एवं शस्त्र (तलवार ) चलाकर समाज को प्रेरित किया गया । मंच संचालन पूर्णिमा चौहान ने किया, अमृत वचन डिंपल गुप्ता के द्वारा, सुभाषित रुचि धुर्वे के द्वारा गीत अनु यादव के द्वारा लिया गया इसके पश्चात विश्व हिंदू परिषद के विभाग सह मंत्री अजय यादव ने स्थापना दिवस के उद्देश्य पर प्रकाश डाला एवं दुर्गा वाहिनी के महत्व को समाज को बताया। विश्व हिंदू परिषद के जिला सह मंत्री राज नारायण गुप्ता ने दुर्गा वाहिनी के बहनों को सतत राष्ट्रीय एवं सामाजिक कार्य करने के दुर्गा वाहिनी की बहनों की प्रशंसा किया एवं आगे भी सतत समाज में कार्य करने के लिए उन्हें प्रेरणा एवं शुभकामनाएं प्रेषित किया। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए त्रिभुवन गुप्ता, सक्षम राज गुप्ता, सोनू विश्वकर्मा, सोनू गुप्ता, पवन गुप्ता, कबीर मानिकपुरी एवं अन्य बंधु, वार्ड की माताएं बहनों की सराहनीय योगदान रहा।