बलरामपुर। छत्तीसगढ़ राज्य के बलरामपुर जिले में पिछले 5 दिनों से लापता पांचवी क्लास के मासूम छात्र की सिर कटी लाश मिलने से हड़कंप मचा हुआ है। बताया जा रहा है कि तोरफा गांव में रहने वाला मासूम 2 अक्टूबर से लापता था। जिसका शव मोरन नदी के किनारे जंगल में स्थानीय ग्रामीणों ने देखा। हत्यारों ने धारदार हथियार से मासूम का गला काटकर हत्या करने के बाद लाश को ठिकाने लगा दिया था।
जानकारी के मुताबिक मासूम की निर्मम हत्या का ये मामला बलंगी पुलिस चौकी क्षेत्र का है। यहां के ग्राम तोरफा में रहने वाला 10 वर्षीय बृजेश कुमार पाल पिछले 2 अक्टूबर से लापता था। बताया जा रहा है कि सुबह 11 बजे के करीब उसे घर के सामने खेलते हुए परिजनों एवं ग्रामीणों ने देखा था। इसके बाद उसका पता नहीं चल सका। काफी खोजबीन के बाद भी बच्चे की कोई खबर नही मिलने पर परिजनों ने पुलिस चैकी में गुमशुदगी की सूचना दर्ज करायी थी। पुलिस में मामला दर्ज होने के बाद लापता मासूम की तलाश बलरामपुर जिले सहित आसपास के जिलों में भी की जा रही थी। इसी दौरान रविवार की देर शाम तोरफा गांव के पास मोरन नदी के किनारे जंगल में ग्रामीणों ने बच्चे की सिर कटी लाश देखी। घटना की जानकारी मिलते ही गांव में हड़कंप मच गया। तत्काल इस घटना की सूचना पुलिस को दी गयी। सूचना पर वाड्रफनगर एसडीओपी रामअवतार धुर्वे, बलंगी चौकी प्रभारी विजय प्रताप सिंह सहित पुलिस बल और डॉग स्क्वायड की टीम मौके पर पहुंची। बच्चे की निर्मम हत्या की गुत्थी को सुलझाने के लिए पुलिस अधिकारियों द्वारा अंबिकापुर से फारेंसिक एक्सपर्ट की टीम को मौके पर बुलाया गया। मौके पर जांच में पुलिस ने लापता बृजेश कुमार पाल का शव सड़ी-गली हालत में बरामद किया गया।
शव का सिर और धड़ अलग-अलग बरामद किया गया है। पुलिस को आशंका है कि बच्चे की धारदार हथियार से गला काटकर हत्या की गई है। फारेंसिक की टीम घटनास्थल से सबूत जुटाने की कोशिश कर रही है। वहीं मासूम बेटे की हत्या की खबर के बाद से ही परिजन सदमे में हैं। इस हत्याकांड की जानकारी के बाद पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मृतक बृजेश कक्षा पांचवीं का छात्र था। उसके पिता राम अशोक पाल पेशे से किसान है। फिलहाल पारिवारिक विवाद या किसी अन्य से विवाद की जानकारी सामने नहीं आई है।