आजीविकामूलक गतिविधियों, गांव की सांस्कृतिक पहचान, प्रमुख फसल, जंगल आदि के अलावा संचार कनेक्टीविटी, सामाजिक मुद्दे आदि का किया जा रहा है चिन्हांकन

बालोद, 30 सितंबर 2025।केन्द्र सरकार के महत्वाकांक्षी आदि कर्मयोगी अभियान के अंतर्गत बालोद जिले के सभी चयनित 186 गांवों में विलेज वर्कशाप का आयोजन संपन्न होेने के पश्चात आज 30 सितंबर को जिले के विभिन्न गांवों में विजन प्लान 2030 बनाने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। इसके अंतर्गत आज बालोद विकासखण्ड के ग्राम भेड़िया नवागांव, डेंगनापार, खैरवाही आदि ग्रामों में स्थानीय जनप्रतिनिधि संबंधित विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों द्वारा ग्रामीणों एवं वांलिटियरों की उपस्थिति में विजन प्लान 2030 बनाने की कार्रवाई शुरू की गई।
सहायक आयुक्त आदिवासी विकास ने बताया कि इन गांवों में निवासरत जनजातीय परिवार के लोगों को शासन के जनकल्याणकारी योजनाओं से शत प्रतिशत लाभान्वित कराने तथा गांवों में सभी आवश्यक सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के उपायों के संबंध में चर्चा की गई। इसके अंतर्गत इन गांवों में तहसील मुख्यालय तक आवागमन की सुविधा, गांव के सीमा पर देव एवं पूजा स्थल, गांव के भूमिहीन परिवार की संख्या, शारीरिक रूप से निःशक्त सदस्यों की जानकारी भी संकलित किया गया। इसके अलावा सरकारी योजनाओं से जुड़े परिवारों के विवरण के अंतर्गत आवास योजना से लाभान्वित परिवारों की संख्या, वनाधिकार पत्राधारी परिवारों की संख्या, बीपीएल राशन कार्ड धारियों की संख्या के अलावा मनरेगा तथा अन्य सरकारी योजनाओं से जुड़े परिवारों की संख्या को भी सूचीबद्ध किया गया। इसके अलावा आजीविकामूलक गतिविधियों के अंतर्गत पशुपालन, व्यापार एवं उद्यम के कार्य, गांव में संचार कनेक्टीविटी की सुविधा तथा गांव में स्वच्छता एवं स्वच्छ जल की उपलब्धता, बेहतर विद्युत व्यवस्था तथा फसलों के उत्पादन की भी जानकारी सूचीबद्ध किया गया।