कवर्धा ,06 अक्टूबर 2025।शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला, अगरीकला संकुल, दशरंगपुर, विकासखंड कवर्धा, जिला कबीरधाम में शिक्षा और ध्यान को जोड़ने वाली एक अनूठी पहल देखने को मिली। यहाँ शिक्षिका और शोधार्थी विधि तिवारी की पुस्तक “ध्यान मिडब्रेन घर में कैसे करें एवं शिक्षा से जुड़ी अद्भुत विधि” का विमोचन 06 अक्टूबर को बच्चों के हाथों संपन्न हुआ।
इस विमोचन की सबसे विशेष बात यह रही कि जिस पुस्तक का लेखन मुख्य रूप से बच्चों के हित में किया गया है, उसी पुस्तक का विमोचन भी बच्चों द्वारा किया गया। विधि तिवारी का मानना है कि “बच्चों को सम्मान देना सबसे बड़ा कार्य है और बच्चों से बड़ा कोई स्टार नहीं हो सकता।”
कार्यक्रम में विद्यालय परिवार, शिक्षकगण और विद्यार्थियों ने मिलकर इस नई सोच का स्वागत किया। विमोचन के पश्चात प्रीति-भोज का आयोजन किया गया और पूरे स्टाफ ने लेखिका को बधाई दी।
पुस्तक की विशेषताएँ
इस पुस्तक में ध्यान (Meditation) और मिडब्रेन एक्टिवेशन की तकनीकों को घर पर ही बच्चों और बड़ों द्वारा करने योग्य सरल विधियों के साथ प्रस्तुत किया गया है।
ध्यान को केवल योग या पाठ्यक्रम का हिस्सा न मानकर, उसे गतिविधियों के माध्यम से बच्चों के जीवन में उतारने की नई दिशा दी गई है।
इसमें AI (Artificial Intelligence) को भी ध्यान और शिक्षा के साथ जोड़ने की नवीन पहल की गई है।
विधि तिवारी ने अब तक 8 राज्यों/क्षेत्रों में शोध पत्र प्रस्तुत किए हैं, जिनमें 4 राज्यों में उनके शोध पत्र प्रकाशित भी हो चुके हैं।
उन्होंने बहुत सारे विद्यालयों में मिडब्रेन एक्टिवेशन को एक प्रोजेक्ट की तरह शुरू कर इसके सकारात्मक परिणाम भी देखे।
शिक्षकों की मांग पर पुस्तक का रूप
विधि तिवारी ने बताया “कई वर्षों से बहुत से शिक्षक मुझसे आग्रह कर रहे थे कि मेरी प्रशिक्षण विधि और ध्यान की प्रक्रियाएँ केवल कार्यशालाओं तक सीमित न रहें। उनके सुझाव और मांग को ध्यान में रखते हुए ही मैंने इसे पुस्तक का रूप दिया, ताकि यह विधि न केवल बच्चों तक बल्कि हर शिक्षक और अभिभावक तक पहुँच सके।”
आगे की योजना
विधि तिवारी का प्रयास है कि इस पुस्तक के माध्यम से ध्यान और मिडब्रेन एक्टिवेशन की तकनीकें जिले से शुरू होकर पूरे राज्य और फिर राष्ट्रीय स्तर तक पहुँचे। उनका मानना है कि राज्य सरकार अगर इस पहल को अपनाती है तो शिक्षा और बच्चों के मानसिक विकास में क्रांतिकारी बदलाव आ सकता है।