कोरबा।एनटीपीसी प्रबंधन के अधिकारियों एवं राखड़ परिवहन कराने वाले ठेकेदारों की मिली भगत से क्षेत्रवासी हलाकान है।प्रशासन की नियमों की धज्जियां उड़ाकर राखड़ परिवहन में घोर लापरवाही बरती जा रही हैं। एनटीपीसी प्रबंधन अपनी मनमानी से बाज नहीं आ रहे हैं। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक राखड़ परिवहन करने वाले 4-6 ठेकेदार एसोसिएशन बना लिए हैं,और स्वंभू अधिकारी बन गये हैं,जिसमें बिलासपुर निवासी राजहंस तिवारी और झूलेलाल कम्पनी आदि की गाड़ी मालिकों के साथ मिलकर घोर लापरवाही बरतने की बात कही जा रही है।
बता दें कि आधे अधूरे त्रिपाल एवं ओवरलोडिंग परिवहन से क्षेत्र में प्रदूषण की मार झेल रहे स्थानीय निवासियों द्वारा पूर्व में भी कई बार एनटीपीसी प्रबंधन से शिकायत की जा चुकी है लेकिन ठेकेदार की गुंडागर्दी एवं प्रबंधन की मिली भगत से इस पर कोई असर नहीं पड़ रहा। ओवरलोड की वजह से सड़क हादसे बढ़ते जा रहे हैं।विगत दिनों राखड़ से भरी ओवरलोड हाईवा जवाहर गेट के समीप पलट गई सुखद पहलू ये रहा की दुर्घटना के समय कोई प्रकार वहां मौजूद नहीं था नहीं तो दुर्घटना में जान माल की भी हानि हो सकती थी।बताया जा रहा है एनटीपीसी प्रबंधन एवं राखड़ परिवहन कराने वाले ठेकेदार राजहंस तिवारी द्वारा अपनी ऊंची पहुंच होने का धौंस दिखाकर धमकी-चमकी किया जाता है और भोले-भाले ग्रामीणों द्वारा विरोध करने पर झूठे केस में फंसा देने की बात कही जाती है,एनटीपीसी और राखड़ ठेकेदार के इस रवैया से ग्रामीण आक्रोश में हैं।कहा ये भी जा रहा है की ग्रामीण स्वयं के खर्चे से एनटीपीसी परियोजना प्रमुख के बंगले के सामने राखड़ डंप करेंगे।ऐसे में एनटीपीसी प्रबंधन को चाहिए कि ग्रामीणों की समस्या सुनकर समाधान करे अन्यथा विवाद की स्थिति निर्मित हो सकती है।