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जवाद हैदरी की विरोध प्रदर्शन की कार्रवाई के दौरान मौत हो गई। उनकी कब्र पर श्रद्धांजलि देने के लिए हजारों लोग पहुंचे थे। लेकिन यहां जवाद की बहन ने अपने बाल काट कर उनकी कब्र पर फेंक दिए। 22 साल की महसा अमीनी की मौत के बाद दुनिया भर में ईरानी महिलाएं विरोध कर रही हैं। महसा अमीनी को सही से हिजाब न पहनने के कारण ईरान की नैतिकता पुलिस ने हिरासत में लिया था। तीन दिन बाद वह कोमा में चली गई और बाद में उसकी मौत हो गई।
बाल काटना विरोध का प्रतीक
बाल काटना विरोध प्रदर्शन का एक प्रतीक है। वीडियो में दिख रहा है कि महिलाएं कब्र पर फूल फेंक रही हैं। जवाद हैदरी की बहन भी कब्र के पास ही जमीन पर बैठी हैं। पूरी कब्र फूलों से ढकी हुई थी। यहां वह फूलों से ढकी कब्र पर बालों को काट कर रखती है। ईरानी पत्रकार और कार्यकर्ता मसीह अलीनेजाद ने कहा कि बाल काट कर ईरानी महिलाएं अपने दुख और गुस्से को दिखाने की कोशिश कर रही हैं।
दुनिया भर में हो रहा प्रदर्शन
महसा अमीनी की मौत का दुनिया भर में विरोध हो रहा है। फ्रांस में रविवार को बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हुआ। प्रदर्शनकारी यहां ईरान दूतावास की ओर बढ़ रहे थे। उन्हें रोकने के लिए फ्रांस की पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे। वहीं लंदन में भी विरोध प्रदर्श हुआ। पुलिस ने कई लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। हिजाब के प्रदर्शन को दबाने के लिए ईरान में व्हाट्सएप, स्काइप, लिंक्डइन और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
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