नगर पालिक निगम कोरबा द्वारा गीतांजलि भवन में संचालित लाईब्रेरी में उन्हें मिल रही है साहित्यिक धार्मिक व समसामयिक विषयों को पढ़ने समझने की सुविधा
पूर्व प्राचार्य जितेन्द्र कुमार तिवारी ने इस उम्र में भी पढ़ना-लिखना नहीं छोड़ा
कोरबा 03 फरवरी 2025। जितेन्द्र कुमार तिवारी की उम्र 92 वर्ष हो चुकी है, 1995 में शिक्षा विभाग से सेवानिवृत्त हुए थे, किन्तु उनमें पढ़ने-लिखने की ललक अभी भी बनी हुई है, वे प्रतिदिन गीतांजलि भवन स्थित नगर निगम कोरबा की लाईब्रेरी में जाते हैं तथा वहॉं घंटों बैठकर पठन-पाठन करते हैं।
यहां उल्लेखनीय है कि नगर पालिक निगम कोरबा द्वारा पुराना बस स्टैण्ड स्थित गीतांजलि भवन के द्वितीय तल पर तत्कालीन विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण कार्यकाल से ही सार्वजनिक वाचनालय सह लाईब्रेरी का संचालन कराया जा रहा है, जहॉं पर विभिन्न साहित्यिक, धार्मिक पुस्तकों के साथ-साथ समसामयिक पत्रिकाएं, समाचार पत्र, ज्ञानवर्धक पुस्तकें पढ़ने की सुविधा उपलब्ध कराई गई है, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयार कर रहे युवक-युवतियॉं एवं अन्य अध्ययनप्रेमी लोग काफी संख्या में प्रतिदिन लाईब्रेरी पहुंचते हैं तथा पठन-पाठन करते हैं। इन्हीं में से एक हैं, जितेन्द्र प्रसाद तिवारी, उनकी उम्र वर्तमान में 92 वर्ष है, वे शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय रंजना से प्राचार्य पद से सेवानिवृत्त हुए थे, पुरानी बस्ती कोरबा की रहने वाली कुमारी आस्था शर्मा ने बताया कि जितेन्द्र कुमार तिवारी उनके नाना है, जिन्हे वे लेकर प्रतिदिन लाईब्रेरी आती हैं, उन्होने बताया कि मेरे नानाजी अभी भी पढ़ने लिखने में बहुत रूचि रखते हैं, वे लाईब्रेरी में घंटो बैठकर विभिन्न समसामयिक विषयों से जुड़ी खबरों, साहित्यिक व धार्मिक पुस्तकों का अध्ययन बडे़ ही मनोयोग से करते हैं। कुमारी आस्था ने बताया कि उन्होने सुंदरकांड पर कुण्डलियॉं लिखि हैं तथा उसे एक पुस्तक का रूप दिया है, उन्होने बताया कि 92 वर्ष की उम्र मे भी वे अभी स्वस्थ है किन्तु चलने व सुनने में थोड़ी दिक्कत है, पढ़ने-लिखने के प्रति उनकी गहरी रूचि को देखते हुए मैं उन्हें प्रतिदिन लाईब्रेरी लेकर आती हूॅं, जहॉं पर वे घंटों अध्ययन करते हैं तथा उनके साथ मुझे भी पठन-पाठन का अवसर मिलता है।