Friday, November 22, 2024

        भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी की बैठक सम्पन्न

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        हमारा कार्य उपचार करना नहीं सहायता कराना है…एम.के.राउत

        एमसीबी से यीशै दास जिला ब्यूरो चीफ

        एमसीबी/24 अगस्त 2024/ आज संयुक्त जिला कार्यालय के सभाकक्ष में भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा बैठक का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में रेडक्रॉस के पदाधिकारी एम. के. राउत, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनरल सेक्रेटरी  अशोक कुमार अग्रवाल, जिला शाखा अध्यक्ष कलेक्टर डी. राहुल वेंकट, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अविनाश खरे, जिला शाखा नोडल श्री सौमेन्द्र मंडल सहित शिक्षा विभाग, समाज कल्याण सहित अन्य विभाग मौजूद रहे।
        इस बैठक में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई, जिसमें जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने, आपातकालीन सेवाओं को सुचारू रूप से संचालित करने और विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं को लागू करने के विषय शामिल थे। भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा एमसीबी जिले में आपदाओं और स्वास्थ्य संकटों को ध्यान में रखते हुए जिले में “मेडिकल एटीएम“ जैसी सुविधाएं देने की बात रखी गई। मेडिकल एटीएम एक स्वचालित स्वास्थ्य सेवा कियोस्क है जो लोगों को बुनियादी स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करता है। यह एटीएम मशीन की तरह दिखता है और विभिन्न स्वास्थ्य संबंधी सुविधाएं उपलब्ध कराता है, इसकी सहायता से स्वास्थ्य जांच, ब्लड प्रेशर, शुगर लेवल, बॉडी मास इंडेक्स बीएमआई आदि जैसी बुनियादी स्वास्थ्य जांच आसानी से की जा सकती है, इसके माध्यम से मरीज डॉक्टर्स से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सलाह ले सकते हैं व दवाइयों का वितरण एवं डायग्नोस्टिक टेस्ट भी सरलता से की जा सकती है। यह ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में जहां स्वास्थ्य सेवाओं की कमी है, वहां मेडिकल एटीएम स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ बनाते हैं। साथ ही, रक्तदान शिविरों और अन्य समाजसेवी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए भी निर्देश दिए गए। बैठक के दौरान, जिले में रक्तदान अभियान को और अधिक प्रभावी बनाने पर जोर दिया गया और स्थानीय समुदाय के लोगों को भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी छत्तीसगढ़ राज्य शाखा इस अभियान से जुड़ने के लिए प्रेरित करने की योजना बनाई गई। रेडक्रॉस की टीम ने भी अपनी गतिविधियों और आगामी योजनाओं की जानकारी दी, जिसके तहत स्वास्थ्य सेवा, स्वच्छता और आपदा प्रबंधन से जुड़े कई नए कार्यक्रम चलाए जाएंगे। रेडक्रॉस के पदाधिकारी श्री एम.के. राउत ने बताया कि हमारा उद्देश्य लोगों की निःस्वार्थ भाव से सहायता करना है। उनका उपचार तो डॉक्टर ही करेंगे। हमारा कार्य सिर्फ इतना हो कि हम लोगों को प्राथमिक उपचार दिला सके। इस दौरान उन्होंने जिले में ब्लड बैंक की स्थापना करने के लिए प्रस्ताव बनाकर प्रस्तुत करने, सोसायटी से लोगों जोड़ने, सदस्यता श्रेणी, संरक्षक उप संरक्षक, संस्थागत सदस्य तथा आजीवन सदस्य बनाने, प्रबंध कारिणी समिति गठित करने, अध्यक्ष, उपाध्यक्ष तथा कोषाध्यक्ष का निर्वाचन करने के साथ ही उन्होंने जिले में मोबाइल मेडिकल यूनिट की कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिये।

        रेडक्रॉस क्या है…

        रेडक्रॉस एक इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन है, इंटरनेशनल कमेटी ऑफ रेडक्रॉस और कई नेशनल सोसाइटी मिलकर इस संस्था का संचालन करती है। वैसे तो वर्ल्ड रेडक्रॉस सोसाइटी का काम हमेशा जारी रहता है। किसी भी बीमारी या युद्ध संकट में इनके वॉलेंटियर्स लोगों की सेवा में तत्पर रहते हैं, कोरोना काल में दुनियाभर में रेडक्रॉस ने आगे बढ़कर मानवता की सेवा की, इससे कोविड-19 महामारी के बाद रेडक्रॉस आंदोलन की अहमियत और भी अधिक प्रासंगिक हो गई है। इसके कामकाज और इसकी यात्रा को समझने के लिए हमें करीब 165 साल पीछे जाना होगा। 1859 में स्विटजरलैंड के कारोबारी जीन हेनरी ड्यूनेंट ने इटली में सॉल्फेरिनों का युद्ध देखा, जिसमें में बड़ी तादाद में सैनिक मरे और घायल हुए थे। उस दौरान किसी भी सेना के पास घायल सैनिकों की देखभाल के लिए क्लिनिकल सेटअप नहीं था। ड्यूनेट ने वॉलंटियर्स का एक ग्रुप बनाया जिसने युद्ध में घायल जवानों तक खाना और पानी पहुंचाया, इसके बाद वर्ष 1863 में उन्होंने रेडक्रॉस सोसायटी की स्थापना की, इसका मुख्य उद्देश्य मानव जीवन व स्वास्थ्य का बचाव करना है। रेड क्रॉस मानवता, निष्पक्षता, तटस्थता, स्वतंत्रता, स्वप्रेरित सेवा, एकता एवं सार्वभौमिकता के लिए जाना जाता है, रेडक्रॉस सोसायटी का मुख्यालय स्विट्जरलैंड के जिनेवा में है, इसे तीन बार (वर्ष 1917, 1944 और 1963) नोबेल शांति पुरस्कार प्राप्त हुआ है। वहीं इसके संस्थापक हेनरी ड्यूनेन्ट नोबेल शांति पुरस्कार के पहले विजेता थे। रेडक्रॉस सोसायटी की छत्तीसगढ़ राज्य शाखा का गठन 04 अप्रैल 2001 को राजभवन में आयोजित वार्षिक साधारण सभा में किया गया था। संस्था के सदस्य निःस्वार्थ भाव से मानव सेवा का काम करते हैं। प्रदेश के सभी जिलों में सोसायटी सक्रिय है, लगातार सदस्यता अभियान के द्वारा लोगों को इससे जोड़ा जा रहा है, इससे जुड़े वॉलियेंटर गांवों और शहरों में एम्बुलेंस सेवाएं और दवाइयां पहुंचाने का कार्य करते हैं। रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा समय-समय पर रक्तदान शिविरों का आयोजन भी किया जाता है, और लोगों को स्वैच्छिक रक्तदान के लिए जागरूक किया जाता है। इसके अलावा प्रदेश में इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी शव वाहन भी सुचारू रूप से संचालित कर रही है। इन शव वाहनों द्वारा दूरस्थ ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में निशुल्क सेवाएं दी जा रही है। साथ ही वृद्ध आश्रम में निवासरत वृद्धजनों के लिये दैनिक आवश्यकताओं की समस्त सामाग्री चाय, नाश्ता, भोजन, कपड़े, फल इत्यादि प्रदान किया जाता है।

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