Friday, November 22, 2024

        ईशिता के पैरों की थाप से गुंजा कुआलालंपुर शहर

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        मलेशिया की राजधनी कुआलालंपुर में दी प्रस्तुति ,जीता प्रथम पुरुस्कार


        मंजिल उन्ही को मिलती है जिनके सपनो में जान होती है,पंख कुछ नहीं होता हौसलो से उड़ान होती है,


        छत्तीसगढ़,कोरबा :- कहते हैं जब मन में हो कुछ करने की ललक तो कोई भी मंजिल मुश्किल नहीं होती ऐसा ही कुछ कारनामा कर दिखाया है कोरबा की होनहार बाल नृत्यांगना ईशिता कश्यप ने।


        4 जनवरी से 8 जनवरी 2023 तक मलेशिया की राजधनी कुआलालम्पुर में आयोजित होने वाले अन्तर्राष्ट्रीय नृत्य संगीत प्रतियोगिता ” देश राग 2023″ जो की इंडियन कल्चरल एंड काउंसिल रिलेशनशिप हाई कमिशन मलेशिया और हिंदुस्तान आर्ट एंड म्यूजिक सोसायटी कोलकाता के तत्वाधान में आयोजित किया गया था ,जिसमे देश विदेश के 300 से अधिक कलाकारों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया ।कथक नृत्य जूनियर वर्ग में कोरबा जिले की ईशिता कश्यप ने भारत का प्रतिनिधित्व करते हुएअपना सर्वश्रेष्ठ प्रस्तुति देते हुए प्रथम पुरस्कार प्राप्त कर देश को गौरान्वित किया है। साथ ही आयोजक संस्था ने बालिका की प्रतिभा को देखते हुए मंच से ही नेशनल स्कॉलरशिप के साथ आगामी अंतर्राष्ट्रीय नृत्य प्रतियोगिता में चयन करने की घोषणा की है। ईशिता ने विदेशी धरती (मलेशिया) में हिंदुस्तान की शास्त्रीय शैली में अपने नृत्य की शुरुवात शिव वंदना से करते हुए ,आमद,तोड़ा चक्करदार , तथा तत्कार का ऐसा नमूना प्रस्तुत किया की विदेशी दर्शको एवम निर्णायको को भी भारतीय नृत्य शैली की सराहना करने मजबूर होना पड़ा । ईशिता ज्यादातर रायगढ़ घराने की बोल बंदिशों में नृत्य प्रस्तुत करती है, जिसकी तालीम 4 वर्ष की छोटी सी उम्र से ही अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कथक नृत्य गुरु , तालमणि ,श्री मोरध्वज वैष्णव से ले रही है जिन्होंने ईशिता के अंदर छिपी हुई अद्भुत प्रतिभा को पहचानते हुए ताल ,लय एवम नई नई बोल बंदिशों की शिक्षा प्रदान की है,जिसकी बदौलत इतनी कम उम्र में ही ईशिता ने इन उपलब्धियों को हासिल की है।


        संगीत के विशेषज्ञ बालिका की प्रतिभा से प्रफुल्लित है और इसमे भविष्य में काफी सम्भावना देख रहे है।नन्ही ईशिता महज 10 वर्ष की उम्र में ही कई राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में हिस्सा लेकर देश ही नहीं विदेशो में भी अपनी कला का परिचय दे चुकी है ईशिता के उपलब्धियों में प्रमुख रूप से – राष्ट्रीय नृत्य प्रतियोगिता देशराग दुर्ग में प्रथम, प्रणवम- बिलासपुर में प्रथम, भावताल भिलाई में प्रथम, पुणे- भावराग में प्रथम, आगरा- नीनाद में प्रथम, भारत सांस्कृति महोत्सव कोलकाता में प्रथम इसके साथ ही अन्तर्राष्ट्रीय नृत्य प्रतियोगिता दुबई- UAE में प्रथम स्थान शामिल है। इतनी कम उम्र में ईशिता की उपलबधियां कला जगत में आकर्षण का केन्द्र बनी हुई है। ईशिता ने यह साबित कर दिया है कि कला उम्र की मोहताज नहीं होती। ईशिता की इस उपलब्धी से कोरबा कलेक्टर संजीव झा जी भी काफी खुश हैं और इन्हें प्रोत्साहित करते हुए की बार सम्मनित कर चुके है। नन्ही इंशिता केंद्रीय विद्यालय एन टी पी सी क्रमांक 2 में कक्षा 4 थी में अध्ययनरत है। विद्यालय की प्राचार्या श्रीमती शारदा राव ,संगीत शिक्षक श्री ए देवांगन , कला शिक्षक पूजा उपाध्याय एवम विद्यालय परिवार बालिका की उपलब्धियों से काफी खुश है।
        ईशिता बड़ी होकर मशहूर नृत्यांगना बनना चाहती है । इशिता के पिता रघुनन्दन कश्यप तथा माता अनिता कश्यप बालिका की उपलब्धि का श्रेय इनके गुरु एवम परिजनों को दे रहे है।


        ईशिता की इस उपलब्धि से संगीत जगत में खुशी की लहर व्याप्त है तथा सभी इनको अपना आशिर्वाद , बधाई संदेश एवम उज्जव भविष्य की शुभ कामना प्रेषित कर रहे हैं।

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